Saturday, February 1, 2020

किसान भाई समझें अपने उत्पाद की सही कीमत

किसान भाई समझें अपने उत्पाद की सही कीमत



आज किसान भाइयों के सामने सबसे बड़ी समस्या है "उनके द्वारा उत्पादित अनाज का सही मूल्य नहीं मिलना कृषि में समस्त प्रकार का खर्च करने के बाद किसान के पास जो मूल्य बचता है उसमें से फायदे के नाम पर कुछ नहीं बचता, क्योंकि बीज, रासायनिक खाद व दवाइयों, खेत की तैयारी एवं श्रमिकों में होने वाला खर्च अनावश्यक रूप से कई गुना बढ़ चुका है। यदि इसे नियंत्रित नहीं किया गया तो खेती से मुनाफा कमाना काफी मुश्किल साबित हो जाएगा। इसका एकमात्र विकल्प है जैविक कृषि। जैविक कृषि से आप रासायनिक खादों व दवाइयों के खर्च से पूर्ण रूप से बच सकते हैं। साथ ही उत्पादित अनाज की गुणवत्ता नियंत्रित करके आप उसका उचित मूल्य भी पा सकते हैं। हमें हमारे उत्पाद की गुणवत्ता साबित करने के लिए अपने स्तर पर कोशिश करनी होगी। यह प्रयास करने होंगे कि उपभोक्ताओं तक सीधे हमारी पहुँच हो। हम उन्हें यह बता सकें कि हमारी मेहनत और जैविक विधि के प्रयासों से फसलें उत्पादित की जाती हैं। यदि आप उपभोक्ता का विश्वास जीतने में सफल हो गए तो आपको बिचौलियों की आवश्यकता नहीं होगीइस प्रकार उपभोक्ता वर्ग को सही उत्पाद उचित मूल्य पर मिलेगा और किसानों को भी उचित मूल्य मिलेगा। आज ऑर्गेनिक सर्टिफिकेशन एजेन्सियों का खर्च इतना अधिक है कि जैविक अनाज कई गुना महँगा हो जाता है। और यह केवल धनी वर्ग के दायरे में ही आता है। यदि आप सभी मिलकर ये कोशिश करें कि शहरों के किचन की समस्त खाद्यान्न आधारित उत्पाद, अनाज, दालें, मसाले, सब्जियाँ आदि आप स्वयं उपभोक्ता वर्ग तक पहुँचा सकें तो यह जनहित के लिए सर्वोपरि होगा। इसमें मूल्य निर्धारण स्वयं किसान भाइयों के द्वारा होगा और यह समस्त प्रकार के वर्गों के लिए उचित होगा और उन्हें जैविक उत्पाद उचित मूल्य पर मिल सकेंगे। जैविक उत्पादों की गुणवत्ता के विषय में आजकल डॉक्टर भी समस्त लोगों को यही सलाह देते हैं कि वे जैविक खाद्यान्नों का उपयोग करें। इनमें एंटीऑक्सीडेंट भी ज्यादा होते हैं तथा पौष्टिकता और स्वाद के मामले में ये उत्पाद श्रेष्ठ हैं। हम अपने स्वास्थ्य के लिए जितना जागरूक होंगे, उतना ही हम अपने काम में श्रेष्ठतापूर्वक ध्यान दे पाएँगे। इसलिए स्वास्थ्य रक्षा और पर्यावरण सुरक्षा के लिए हमें नए कदम उठाना ही होंगे। आज की युवा पीढ़ी ने यदि इसका महत्व नहीं समझा तो हम काफी पीछे छूट जाएँगे। अब हमें इस ओर सावधानी और सतर्कता बरतनी ही होगी l 


मूंग उत्पादन की उन्नत तकनीक

भारत में मूंग (Moong) ग्रीष्म और खरीफ दोनों मौषम की कम समय में पकने वाली अक मुख्य दलहनी फसल है| मूंग (Moong) का उपयोग मुख्य रूप से आहार में ...